आज हम ऐसे मोड़ पर खड़े हैं जहां हम ये जानते हैं कि बहुत कुछ हम खो चुके हैं परन्तु बहुत कुछ बचाने का एवं…
Category: विशिष्ट
वैदिक विश्वदृष्टि – एक परिचय: श्री मृगेंद्र विनोद से प्रश्नोत्तर
वैदिक विश्वदृष्टि पर बातचीत का उद्देश्य इस सत्र के माध्यम से वेदों के बारे में एक परिचयात्मक समझ प्रदान करना है, फिर इसके बाद निकट…
सनातन और पैगम्बरवाद में पाप की धारणा | नीरज अत्रि | The Concept Of Sin | Neeraj Atri
मनुष्य की स्थिति क्या है? (मनुष्य दो तरह के हैं – प्राकृतिक तथा पैगम्बरवादी) जिसमे की दोनों तरह के लोगो का दावा एक दूसरे का…
पैगंबरवाद का पूर्व पक्ष — नीरज अत्रि द्वारा एक व्याख्यान
पैगम्बरवादी मज़हबों के आने से पहले विश्व की विभिन्न सभ्यताओं का संक्षिप्त परिचय देने के पश्चात पैगम्बरवादी विचारधाराओं की तुलना भारतीय विचारधाराओं से की जाएगी।…
धार्मिक ज्ञान को ग्रंथों के माध्यम से प्रसारित करने की आवश्यकता नहीं है
हम एक ऐसी सभ्यता हैं जिसके मूल में ज्ञान की बृहत् खोज करना है। हिन्दू धर्म जैसा कोई और धर्म नहीं है। यह ज्ञान परंपराओं…
इसाई पंथ और भारत – डॉ. सुरेन्द्र कुमार जैन का व्याख्यान
संपूर्ण विश्व में प्रेम व शान्ति का स्वरुप माने जाने वाले इसाई धर्म के विस्तार का इतिहास रक्त से सना है, ये तथ्य कम ही…
आदी शंकर की परंपरा के कालक्रम को अंग्रेजों ने क्यों विकृत किया ?
अंग्रेजों को मालूम था, कि जब-जब इतिहास की समीक्षा होगी तब-तब हमको Villan के रूप में देखा जायेगा I क्योकि हमने यहाँ पे इतने लूट-पाट…
भगवान् शंकराचार्य द्वारा स्थापित चार मठ
भगवान् शंकराचार्य जानते थे, कि उनके जाने के बाद भी, भारत के ऊपर शस्त्र युद्द, वैचारिक युद्द और सांस्कृतिक युद्द थोपे जायेंगे I जानते थे…
भगवान् शंकराचार्य का अवतरण काल
पूरे facts और evidences के आधार पे हमारे पास तथ्य, प्रमाण, साक्ष और आंकड़े हैं जो यह बतातें हैं कि भगवन शंकराचार्य का अवतरण इसवी…
भगवान् शंकराचार्य की उपलब्धियां
छोटी सी आयु थी उनकी, जब घर छोड़ा था आठ वर्ष के थे वो I संन्यास के लिए निकले जब I नौ वर्ष की आयु…