Source: – Sadhguru Hindi YouTube Channel
सद्गुरु हमें श्राद्ध के महत्व के बारे में बता रहे हैं। वे कहते हैं कि आखिरी समय या उसके 11 से 14 दिनों के बाद तक हमारे पास समय होता है कि हम उस जीव को इस तरह से स्पर्श कर सकते हैं कि उसमें मिठास भर जाती है। ऐसा करने के लिए ईशा योग केंद्र में काल भैरव शांति और काल भैरव कर्म प्रक्रियाएं भेंट की जाती हैं।