आज हम ऐसे मोड़ पर खड़े हैं जहां हम ये जानते हैं कि बहुत कुछ हम खो चुके हैं परन्तु बहुत कुछ बचाने का एवं पुन: स्थापित करने का भी कदाचित् यही अन्तिम समय है। ऐसे में हमें किस मार्ग का अनुसरण करना चाहिए कि जिससे हमकम से कम मूल्य दे कर अधिक से अधिक, नष्ट हो रही परंपराओं को एवं जीवन आदर्शों को बचा सकें, साथ ही नष्ट हो चुकी परंपराओं को, एक बार पुन: लोगों के मध्य खड़ा कर सकें।

मोहित भारद्वाज एक software engineer हैं I आपका उद्देश्य एक “वैदिक पाठशाला” का निर्माण करना है, जिसका लक्ष्य होगा प्राचीन शिक्षा प्रणाली को पुनः प्रचलित करना I इस कार्य सिद्धि के लिए वे पलवल, हरयाणा में स्थित वैदिक पाठशाला से प्रेरणा लेना चाहतें है I आगे…