Source: – Sadhguru Hindi YouTube Channel
दाढ़ी सिर्फ गुरुओं की ही नहीं उगती, यह सारे आदमियों के चेहरे पर उगती है। शरीर का कोई भी अंग बिना किसी मकसद के नहीं बना है। कुदरत ने आपको बिना मकसद के कोई भी चीज नहीं दी है। अगर आपकी संवेदनशीलता एक खास स्तर पर है, तब आप जानेंगे कि आपके शरीर में हर चीज का क्या असर होता है और उसका क्या पहलू है।
अगर आपकी बुद्धि और आपकी संवेदनशीलता काम करने लगती है, तब आपकी चिंता इस बारे में होगी कि आप अपने भीतर कैसे हैं, और आप क्या अनुभव करते हैं, और आपको ज्यादा बोध कैसे हो सकता है। आपकी चिंता ये नहीं होगी कि आप कैसे दिखते हैं।